कौन कहता है दोस्त तुमसे हमारी जुदाई होगी,
ये खबर किसी और ने उडाई होगी,
शान से रहेंगे आपके दिल में हम,
इतने दिनों में हमने कुछ तो जगह बनाई होगी
दिल तोड़ना हमारी आदत नहीं,
दिल हम किसी का दुखाते नहीं,
भरोसा रखना हमारी दोस्ती पर,
दोस्त बनाकर हम किसी को भुलाते नहीं
ज़रूरत ही नहीं अल्फाज़ की,
दोस्ती तो चीज़ है बस एहसास की,
पास होते तो मंज़र ही कुछ और होता,
दूर से भी खबर है हमें आपकी हर सांस की
ज़िंदगी का एक और सफर कट गया यूहीं,
खुशियाँ और गम के पल बीत गए यूहीं,
साथ दोस्तों का था उस हर एक पल में,
यादें बस यादें रह जायेगी हमेशा,
जिन्हें दिल में समाये कट जाएगा आगे का सफर यूहीं
Friday, October 19, 2007
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
2 comments:
कौन कहता है दोस्त तुमसे हमारी जुदाई होगी,
ये खबर किसी और ने उडाई होगी,
शान से रहेंगे आपके दिल में हम,
इतने दिनों में हमने कुछ तो जगह बनाई होगी
--पसंद आया.
पास होते तो मंज़र ही कुछ और होता,
दूर से भी खबर है हमें आपकी हर सांस की'।
अचछी रचना है।
Post a Comment